• आतंकवादीओ के सिने मे दिल नही होता उन्हे इंसानों को जिंदा तड़पना उनके घरों को बिगड़ना उनके दिल को सुकून पहुचाता है।
अफगानिस्तान के गवर्नर अपना महेल छोड़ के भाग गये तालिबनिओ के खौफ से गवर्नर अपना महेल छोड़ के भाग गये और तालिबान के आतंकवादी इसी महल में बैठकर दावत उड़ा रहे हैं तो कहीं नाच रहे हैं। तो इनके दिमाग का आपको अंदाजा भी नहीं होगा कि इन लोगों के दिमाग में क्या चल रहा है और यह पूरी तरह से संतुलित है भी या नहीं यह इंसान है या हैवान अब गवर्नर का महल है जिनपर तालिबान ने कब्जा कर लिया था।
• 2 दिन पहले और उस महल मे लूटपाट मचा दी और उस महल पर कैसे कब्ज़ा करके यह लोग बैठे हैं और दावत उड़ा रहे हैं। एक बच्चों के खिलोने पर इन लोगों ने कब्जा किया और बच्चों की गाड़ियों में बैठकर अभी बच्चों की तरह खेल रहे हैं। और बच्चों की गाड़ियों को बच्चों की तरह ही वहां पर चला रहे हैं। पिछले कुछ घंटों में ही तालिबानियों ने अफगानिस्तान के 10 शहरों पर कब्ज़ा कर लिया है और इनमें लश्करगाह काबुल और कंधार जैसे बाड़े शहर भी शामिल है कंधार अफगानिस्तान का दूसरा सबसे बड़ा शहर है जिसे अब तालेबान ने अपने कब्जे में ले लिया है।
तालिबानो की नापाक हरकत
आपको याद होगा वो दिन जब इंडियन एयरलाइंस के प्लेन को हाईजैक किया था। तो आतंकवादीयो के इस हाईजैकिंग में भी तालेबान का ही हाथ था।
तालिबानी आतंकियो का सलमा डैम पर कब्जा
तालिबान ने अफगानिस्तान मे बने सलमा डैम पर भी कब्जा कर लिया जिसका निर्माण भारत ने किया था। इस डैम को बनाने का मकसद बिजली प्रोडक्शन को बढ़वा देना था उस सलमा डैम पर भी तालिबानियों ने अपना कब्जा कर लिया है। इसे अफगान इंडिया फ्रेंडशिप डैम भी कहते हैं। और इस बाध को बनाने के लिए भारत ने 2200 करोड़ रुपए खर्च किए थे और वर्ष 2016 में इसका उद्घाटन खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ ने किया था अगर तालिबानियों ने डैम का पानी रोक दिया अगर इस डैम को नुकसान पहुंचाया तो इससे अफगानिस्तान में रहने वाले करीब 4 लाख परिवार बुरी तरह प्रभावित होगे भारत ने अफगानिस्तान में करीब ₹30000 करोड़ का निवेश किया हुआ है और इस देश पर तालिबानियों के कब्जे का मतलब होगा कि जो 30000 करोड़ों का निवेश हमने किया है, यह पैसा डूब जाएगा सलमा डैम पर कब्जा करके तालेबान ने भारत को एक बहुत बड़ा इशारा देने की कोशिश की है।
• और अगर ऐसा ही चलता रहा तो 1 दिन तालेबान काबुल पर तो कब्जा कर चुका है, डर इस बात अगर तालिबान अफगानिस्तान की संसद पर भी अपना कब्जा कर लिया तो, और सबसे बाड़ी बात उस संसद भवन का निर्माण भी भारत ने ही करवाया था।
इसलिए यह शहर भारत के निवेश के हिसाब से बहुत महत्वपूर्ण है। ईरान में भारत ने एक बंदरगाह का भी निर्माण किया है, उसे अफगानिस्तान के रास्ते मध्य एशिया से जोड़ने की योजना है, और फिर वहां से यही रास्ता भटक जाता है। और इस पूरे रुठ से पाकिस्तान पूरी तरह से बाहर है, इसीलिए भारत के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। आप भारत की वन बेल्ट वन रोड योजना भी कह सकते हैं।
• मजार ई शरीफ, कंधार और गेराज शहर भारत की इसी योजना का हिस्सा है। पर अब तीनों शहरों पर तालिबान का कब्जा हो चुका है। और एक्सपर्ट्स मानते थे कि तालिबान अगले 30 दिनों में अफगानिस्तान की राजधानी काबुल तक पहुंच जाएगा और कुल मिलाकर 90 दिन के अंदर-अंदर काबुल पर तालिबान का पूरा कब्जा हो चुका होगा और वही हुआ जिसका डर अफगानीयो को था। यह किसी भी देश के लिए अच्छी खबर नहीं हैै.
हम आपको अफगानिस्तान की एक एक पल की जानकारी इस पोस्ट मे देंगे।
क्योंकि आने वाले कई महीनों और वर्षों तक अफगानिस्तान दुनिया के नंबर 1 खबर बनकर हमारे सामने ही रहने वाली है। और यकीन मानिए अफगानिस्तान दुनिया की नंबर1 खबर रहने वाला है और यकीन मानिए अब अफगानिस्तान दुनिया का दूसरा सीरिया बनने की राह पर है। जहां पर तालिबान ने भारी गोलाबारी के बाद अपना कब्जा जमा लिया है। कठोर नियंत्रण लेने के बाद तालिबानी लड़ाकों का यह तस्वीर भी आया जिसमें वह टैंक पर खड़े है। और तालिबानी आतंकी लगातार अफगानिस्तान के कई बड़े शहरों को अपने कब्जे में ले रहे है। अब तक 5 बड़े शहरों को अपने नियंत्रण में लिया है। तालिबान ने गजनी शहर पर कब्जा किया था तालिबान ने अफगानिस्तान के 34 राज्यो मे से 14 राज्यो पर कब्जा कर चुका है
अफगानिस्तान मे लड़कियों के शिक्षा की कार्यकर्ता
इस बीच अफगानिस्तान में लड़कियों की शिक्षा के लिए काम करने वाली सामाजिक कार्यकर्ता पछताना दुरानी ने दुनिया से अपील की कि वह अफगानी नागरिकों की मदद करें एक टीवी चैनल को दिए अपने इंटरव्यू में उन्होंने कहा है। अफगानिस्तान के लोग अपना सब कुछ हार रहे हैं जो उन्होंने हासिल किया था। अफगानिस्तान अपना घर अपने सपने अपनी इच्छाएं सब कुछ हार रहे हैं अफगानी नागरिकों को फिर से तालिबान भेड़ियों के आगे डाल दिया गया है।
अफगानी नागरिक एकदम बेबस लाचार हो चुके है तालिबान से
• तालिबान के आतंक से परेशान अफगानी नागरिक पाकिस्तान से मदद मांगने के लिए उसकी सीमाओं पर खड़े है। पाकिस्तान की सीमा पर हजारों की संख्या में अफगान नागरिक मौजूद है पाकिस्तानी सेना इनको अपनी सीमाओं से दूर रखने की कोशिश कर रही है इस बीच दोनों के बीच झड़प कि खबरे भी सामने आई