आज आप एक ऐसे राज्य या प्रांत की कल्पना कीजिए जो आकार में दुनिया में सबसे बड़े देशों मे से है जिसका आकर पाकिस्तान से डेढ़ गुना और बांग्लादेश से 12 गुना ज्यादा है ऐसा कौन सा प्रांत है जिस प्रांत के कुल आबादी में से 45% लोग इस्लाम को मानने वाले हैं और जहां की बहुसंख्यक आबादी किस भाषा में बात करती है। भारत समेत 8 देशों से मिलती हैं और इनमें से 5 देश ऐसे हैं जहां इस्लाम सबसे बड़ा धर्म है।
लेकिन बहुत संख्या मे इस मुस्लिम आबादी वाले इस राज्य के मुसलमानों को लंबी दाढ़ी रखने की इजाजत नहीं है रमजान के महीने में रोजा रखने की इजाजत नहीं है बच्चे पैदा करने की इजाजत नहीं है और महिलाओं को बुर्का पहनने की इजाजत नहीं है और यह लोग अपनी मर्जी से अपना कोई । त्यौहार भी नहीं मान सकते। और आपको लग रहा होगा कि जिस राज्य की 45% आबादी इस्लाम को मानती है वहां मुसलमानों पर इतने सारे प्रतिबंध आखिर कौन सा देश लगा सकता है comunist सरकार लगा सकती है जैसा कि अापको पता होगा हालहि मे हमारे यहां बेंगलुरु में अभी आपने देखा होगा किसी ने आपत्तिजनक फेसबुक पोस्ट लिख दिया और वहां पर दंगे हो गए और ऐसा ही भारत के अलग-अलग हिस्सों में आप देखते होंगे आपने भी देखा होगा इतनी बड़ी संख्या में लोग इस्लाम का
सपना देखते हैं।
चीन की क्या सोच है अपने देश के मुसलमानो को लेकर
वह अपने देश के मुसलमानों को अपना दुश्मन नंबर। 1मानता है इसका जवाब यह है कि चीन की सरकार के निशाने पर शिनजियांग में रहने वाले मुसलमान हैं और अब तक प्रांत की 70% मस्जिदों को गिराया जा चुका है और एक मस्जिद की जगह पर टॉयलेट बनाकर चीन में मुसलमानों को एक बड़ा संदेश देने की कोशिश की है उन्हें नीचा दिखाने की कोशिश की है और इन्हें बता दिया है कि अगर चीन में रहना है तो चीन के हिसाब से रहना पड़ेगा अब आप को एक-एक करके सारी रिपोर्ट दिखा रहे हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक पिछले 3 वर्षों में शिनजियांग प्रांत में 10 से 15 मस्जिदों को तोड़ा जा चुका है इनमे से इमाम अली दरगाह की यह दरगाह चीन के मुसलमानों के लिए बहुत पवित्र मानी जाती है 3 साल पर जो मुसलमान हज के लिए नहीं जा पाते वह साल में तीन बार इस दरगाह और मस्जिद में आते हैं क्योंकि यह मुसलमान मानते हैं कि 3 बार इस मस्जिद पर आना एक बार हज करने के समान है वर्ष 2017 तक जो दरगाह पूरी तरह से सही सलामत थी वह 2 साल बाद यानी 2019 आते-आते उसका ज्यादातर हिस्सा चीन की सरकार द्वारा तोड़ दिया गया शिनजियांग में बड़े पैमाने पर नरसंहार और अत्याचार कर रहा है चीन में अब तक बहुत सारे Ouigar मुसलमानों को जेल में डाल चूका गया लेकिन सच में मुसलमानों पर अत्याचार किया जा रहा है यहां तक कि मुसलमानों को मारकर उनके शरीर के अंगों की तस्करी की जाती है। मुसलमान महिलाओं का रेप किया जाता है पुरुषों के जबरदस्ती नसबंदी करवा दी जाती है और बच्चों को छोटे बच्चों को उनके माता-पिता से अलग कर दिया जाता है चीन में रहने वाले मुसलमान इस बारे में ज्यादा कुछ नहीं कर सकते जो मुस्लिम चीन में नहीं है वह इसके खिलाफ आवाज जरूर उठा सकते हैं लेकिन कोई भी ऐसा करता नहीं खासकर खुद को इस्लाम का रहनुमा मानने वाले
इस मामले पर बिल्कुल चुप बैठे है पाकिस्तान के प्रधनमन्त्री इमरान खान से एक बार किसी ने साफ साफ यह सवाल पूछा था तब इमरान खान ने कुछ ज्यदा नही बोला क्योंकि पाकिस्तान चीन से अपना रिश्ता खरब करना नही चाहेगा क्योंकि वही उसका रहनुमा है चीन कि क्या साजिस है चीन आलोचनाओं का जवाब नही।
चीन का तिब्बात पर कब्जा।
चीन कि adhiktar आबादी बौद्ध धर्म का पालन करते थे लेकिन धीरे-धीरे चीन से बौद्ध धर्म को मिटाने की शुरुआत हुई और इसके लिए जो तर्क दिए गए वह सुनकर आज आप भी हैरान हो जाएंगे। घर में दी गई शिक्षा चीन की संस्कृति से मेल नहीं खाती इन तर्कों के आधार पर चीन में बौद्ध धर्म मानने वालों पर अत्याचार का सिलसिला शुरू हो गया।
और बौद्ध धर्म के करीब 82000 मंदिरों को नष्ट कर दिया गया और करीब चार लाख बौद्ध भिक्षुओं पर अत्याचार की गई धीरे-धीरे चीन को एक ऐसे देश में बदल दिया गया जिसकी ज्यादातर आबादी नास्तिक है यानी यह लोग ईश्वर को नहीं मानते चीन में साम्राज्यवाद और वामपंथ के विस्तार के साथ शुरू हुआ उनके पड़ोस में हुआ करता था जिसके अधिकांश। लोग बौद्ध धर्म को मानती है कि ये देश का नाम है लेकिन चीन तिब्बत पर कब्जा करना चाहता था और इसके लिए चीन ने भारतीयों को पहले विकास का लालच दिया inafaastakture बनाने के नाम पर तिब्बत पर कब्जा कर लिया 1959 में तिब्बत के धर्मगुरु दलाई लामा को भारत में शरण लेनी पड़ी आज भारत में बौद्ध धर्म को मानने वाले करीब लाखो लोग रहते हैं और इनमें से कुछ भागकर भारत आ जाते हैं कि भारत को मान्यता दें और चीन के साथ लगी अपनी भारत चीन सीमा नहीं बल्कि भारत तिब्बत सीमा कह कर बुलाए लेकिन चीन ने तिब्बत पर कब्जा किया हुआ है।
अब नेपाल की बात करेंगे क्योंकि जो लाइन नॉर्मल नहीं रही है कि हिंदी चीनी भाई भाई पुराने जमाने की बात हो गई है हिंदी चीनी बाय-बाय और नेपाली चीनी भाई भाई यह नया फार्मूला नेपाली चीनी भाई भाई नेपाल के साथ भारत की सीमा करीब 17 किलोमीटर लंबी है। कुछ दिन पहले नेपाल ने उत्तराखंड के एक हिस्से को अपने देश का हिस्सा बताया था इनमें उत्तराखंड काला पानी लिख दिया की इनमे थोड़ा इलाके शामिल हैं। नेपाल के संविधान में संशोधन। भारत नेपाल के कदम पर निराशा साहित्य को मान्यता भी देती है और नेपाल के संविधान में संशोधन के जरिए इस नक्शे को कानूनी मान्यता मिल गई है। लेकिन सांसद का इरादा। नेपाल के मंशा समझने के लिए आपको चीन की मंशा समझनी होगी नेपाल की 14 किलोमीटर लंबी सीमा चीन के साथ लगती है लेकिन सांस्कृतिक रूप से हमेशा भारत के करीब रहा नेपाल और चीन की चाल में फंस गया है पैसे का लालच आ गया नेपाल में कांग्रेस सरकार है और निमृत अमृत सरकार है नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली का उन्हीं की पार्टी में विरोध करके उनकी कुर्सी। छीन कर उतार रहे जिनके चेहरे पर नेपाल में उत्तराखंड में भारत और नेपाल सीमा पर सैन्य गतिविधियां अचानक से बढ़ा दी है वह दिखाई दे रही है। मेरे भाई ने भारत को सीमा पर सिर्फ पाकिस्तान और चीन से चुनौती मिल रही थी ये भारत को चुनौती दे रहे है।हालकि नेपाल जानता है कि उसे नियुक्ति के मामले में भारत के सामने कहीं नहीं टिकता लेकिन उसे चीन का समर्थन हासिल है और वह इसी का फायदा उठाकर भारत के लिए परेशानी खड़ी कर रहा है चीन को भारत के साथ युद्ध की स्थिति में इस्तेमाल करना चाहता है। हिंदी चीन भाई भाई पुराने जमाने की बात हो गई है हिंदी चीनी बाय-बाय और नेपाली चीनी भाई भाई यह नया फार्मूला नेपाली चीनी भाई भाई नेपाल के साथ भारत की सीमा करीब 17 किलोमीटर लंबी है। कुछ दिन पहले नेपाल ने उत्तराखंड के एक हिस्से को अपने देश का हिस्सा बताया था इनमें उत्तराखंड काला पानी लिख दिया की इनमे थोड़ा इलाके शामिल हैं।
नेपाल के संविधान में संशोधन। भारत नेपाल के कदम पर निराशा साहित्य को मान्यता भी देती है और नेपाल के संविधान में संशोधन के जरिए इस नक्शे को कानूनी मान्यता मिल गई है। लेकिन सांसद का इरादा। नेपाल के मंशा समझने के लिए आपको चीन की मंशा समझनी होगी नेपाल की 14 किलोमीटर लंबी सीमा चीन के साथ लगती है लेकिन सांस्कृतिक रूप से हमेशा भारत के करीब रहा नेपाल और चीन की चाल में फंस गया है पैसे का लालच आ गया नेपाल में कांग्रेस सरकार है और निमृत अमृत सरकार है।
नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली का उन्हीं की पार्टी में विरोध करके उनकी कुर्सी। छीन कर उतार रहे जिनके चेहरे पर नेपाल में उत्तराखंड में भारत और नेपाल सीमा पर सैन्य गतिविधियां अचानक से बढ़ा दी है वह दिखाई दे रही है। मेरे भाई ने भारत को सीमा पर सिर्फ पाकिस्तान और चीन से चुनौती मिल रही थी ये भारत को चुनौती दे रहे है।हालकि नेपाल जानता है कि उसे नियुक्ति के मामले में भारत के सामने कहीं नहीं लेकिन चीन का समर्थन हासिल है और वह इसी का फायदा उठाकर भारत के लिए परेशानी खड़ी कर रहा है चीन को भारत के साथ युद्ध की स्थिति में इस्तेमाल करना चाहता है।