पाकिस्तान परिस्थिति के आगे बेबस नज़र आ रहा है। पाकिस्तान अपने नेताओं के हाथों पहले ही हार चुका है पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने खुद यह कबूल किया है, कि अब सरकार के पास देश चलाने के लिए पैसा नहीं है। पाकिस्तान अब लगभग कंगाल होने कि कगार पर आ चुका है, जब पाकिस्तान के ऊपर ऐसा संकट आता है तो पाकिस्तान इंटरनेट और बैंक जैसी संस्थाओं से उधार मगने लगता है।
पाकिस्तान के लिए सभी दरवाजे बंद हो चुके हैं। जब पाकिस्तान को पैसो कि किल्लत आती थी तो पाकिस्तान सऊदी आरेबिय, UAE जैसे देशों से कर्ज लेता था हालांकि सऊदी आरेबिय, UAE अब पाकिस्तान को और उधार देने से मना कर दिया है। पाकिस्तान कर्ज से एकदम डूबा है, उसके ऊपर सबसे ज्यदा कर्ज चाइना का है, इस कर्ज को चुकाने मे पाकिस्तान असमर्थ है।
क्या पाकिस्तान के हर नागरिक इस कर्ज को भरेंगे।
पाकिस्तान के हर नागरिक पर इस समय लगभग ₹2 लाख 35 हजार से ज्यादा का कर्ज है। पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था एकदम चरमरा गई है। आज आपको यह जानना चाहिए कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान का देश उधार मांग कर गुजारा कर रहा है और इसके लिए उनकी सरकार को अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं के सामने कटोरा लेकर खड़े होना पढ़ रहा है। पाकिस्तान ने उनसे यह अपील की थी। कि वह पाकिस्तान को पाकिस्तान की जीडीपी का 2% उधार देदे।
इमरान खाना ने आईएमएफ से 3 लाख 8000 करोड़ रुपए उधार लेना चाहते थे लेकिन आईएमएफ ने पाकिस्तान को उसकी औकात दिखा दी आईएमएफ ने मानो जैसे पाकिस्तान कि बेज्जती कर दी।
पाकिस्तान मे इमरान खान की सरकार आने के बाद पाकिस्तान का कर्ज 70% तक बढ़ चुका है इमरान खान की सरकार ने हर दिन करीब 1400 करोड़ रुपए किसी ना किसी संस्था से उधर लिए है।
वर्ष 2018 तक हर पाकिस्तानी नागरिक पर औसतन (₹1 लाख 44 हज़ार का कर्ज था। जो अब बढ़कर ₹2 लाख 35 हज़ार) का हो चुका है। इस समय पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था करीब 21 लाख करोड़ रुपए की है। जबकि भारत का 1 साल का बजट ही ₹34 लाख करोड़ रुपय का है। भारत की अर्थव्यवस्था पाकिस्तान से 10 गुना बढ़ी है।
दुनिया मे कुछ अमीर उद्योगपतियों की कुल संपत्ति 21 लाख करोड़ से भी ज्यदा है। जो इस समय पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था के बराबर है।
इस समय पाकिस्तान के लाखो गरीब परिवार बढ़ती महंगाई की वजह से परेशान है। और तो और कितने पढ़े लिखे युवा अब भी बेरोजगार है, जिन्हें जॉब कि जरूरत है। अब इमरान खान के प्रति पाकिस्तान के लोगों की नाराजगी बढ़ती जा रही है।
क्या पाकिस्तान कि परिस्थिति को कोई सुधार सकता है, अब इस संकट से पाकिस्तान को सिर्फ और सिर्फ एक ही देश बचा सकता है, और वह चीन पाकिस्तान में पाकिस्तान कि जनता चीन का ज़बरदस्त विरोध कर रही है। क्योंकि बलूचिस्तान के लोगों को लगता है कि चीन उन्हें अपना गुलाम बना लेगा। जबकि पाकिस्तान ने चीन से भी कर्ज लिया सबसे ज्यदा। लेकिन चीन चाहे तो पाकिस्तान को अपना गुलाम बना ले।
पाकिस्तान अपने देश कि परिस्थिति को खुद ठीक कर सकता है। लेकिन उसे अपने देश मे पनपने वाले अताँकियों को पालन बन्द करना होगा। जबतक पाकिस्तान आतंकवाद को बढ़वा देगा तब तब वा परेशान ही रहेगा।
आज से 12 वर्ष पहले मुंबई में एक बहुत बड़ा आतंकवादी हमला हुआ था और यह भारत पर हुआ यह हमला अब तक का सबसे बड़ा आतंकवादी हमला था हमला करने वाले 10 आतंकवादी पाकिस्तान के कराची शहर से आये थे। ये आतंकवादी मुंबई के अलग-अलग जगहों पर हमला किया जिनमे ताज होटल और रेलवे स्टेशन शामिल थे।
आतंकवादियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ चली जिसमें 9 आतंकवादी मारे गए थे, जिसमे एक आतंकवादी को जिंदा पकड़ा गया। इन्ही आतंकवादी के चलते पूरी दुनिया पाकिस्तान को एक आतंकी देश कि नज़र से देखती है।