भारत मे विकास कि गति बड़ी तेजी से बढ रही है, अब दुनिया भारत को मानने लगी है।
• भारत एक ऐसा देश है, जो अंतरिक्ष तक पहुच गया फिर चाहे वो मंगल ग्रह हो चाहे चंद्रमा भारत हर दिशा मे अपनी जगह बना चुका है। लेकिन हम अपने देश में यह नहीं तय कर पाए कि हम अपने देश की सड़कों को कब और कैसे बनाएंगे हमें अपनी सड़कों पर चलना नहीं आ पाया है। भारत सड़कों के ट्रैफिक में फंसा हुआ है।
• आपको एक अच्छी जानकारी हम इस पोस्ट मे देंगे कि भारत देश में कितनी तेजी से एक्सप्रेसवे और हाईवेज बन रहे हैं आपको जानकर खुशी होगी कि इस मामले में भारत अब दुनिया के बड़े-बड़े देशों को टक्कर दे रहा है।
नया एक्स्प्रेसवे बनने से आम लोगो को क्या फायदा होगा।
अब आप जल्द ही दिल्ली और मुंबई के बीच की दूरी को सड़क के रास्ते 12 घंटे में तय कर पाएंगे। आज की तारीख में अगर कोई दिल्ली से मुंबई का सफर दुरंतो एक्सप्रेस या राजधानी एक्सप्रेस से भी तय करता है, तो भी उसे कम से कम 15 से 16 घंटे का समय लगता है।
•अब 2023 तक मतलब अब से 2 साल बाद दिल्ली से मुंबई की दूरी दोनों शहरों के बीच बन रहे नये एक्सप्रेसवे कि वजह से सिर्फ और सिर्फ 12 घंटे में तय कर पाएंगे।
• आप यह नया एक्स्प्रेस-वे से दिल्ली से मुंबई सीधे 12 घंटे में पहुंच जाएंगे। वह भी बाय रोड यनि अपनी 4 पहिय वाहन से और 2 पहिय वाहन से आप मुंबई से दिल्ली और दिल्ली से मुंबई सड़क के रास्ते सही समय पर आप पहुच जाओगे।
इस एक्स्प्रेस-वे के निर्माण मे कितना पैसा खर्च होगा।
केंद्रीय परिवहन मंत्री (नितिन गडकरी) इन दिनों दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस-वे के निर्माण का निरीक्षण कर रहे हैं और उन्हें उम्मीद है कि देश के इस सबसे लंबे एक्सप्रेस-वे का निर्माण मार्च 2023 तक समाप्त हो जाएगा पूरा हो जाएगा।
और यह हाइवे कई राज्यो से गुजरेगा।
जैसे दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, मध्यप्रदेश, और गुजरात एक्सप्रेस वे के निर्माण पर (98 वे हजार करोड़ों रुपए) का खर्च होगा। और इसके बन जाने के बाद इन 6 राज्यों के अलग-अलग शहरों के बीच कि Canecctvity बेहतर होगी इससे देश की अर्थव्यवस्था को भी लाभ होगा। फिलहाल सड़क के रास्ते दिल्ली और मुंबई के बीच का सफर तय करने में 24 घंटे का लगभग समय लगता है।
• लेकिन इस एक्स्प्रेस-वे के बनने के बाद यह सफर आधे समय में पूरा हो जाएगा। 24 घंटे से घटकर 12 घंटे हो जाएगी आप दोनों शहर के बीच की दूरी 130 किलोमीटर तक कम भी हो जाएगी। और आपके वाहन कि गति होगी 130 किलोमीटर प्रति घंटा और हर साल 32 करोड़ लीटर ईंधन की बचत होगी, 85 करोड़ किलोग्राम कार्बन डाइऑक्साइड कम पैदा होगी।
दिल्ली मुंबई एक्स्प्रेस-वे के निर्माण के दौरान पर्यावरण को नुकसान नहीं पहुंचाया जाएगा।
• इस एक्स्प्रेस-वे के निर्माण के लिए लगभग 12 लाख टन स्टिल और 80 लाख टन सीमेंट का इस्तेमाल किया जाएगा।
• और साथ ही इस एक्स्प्रेस-वे मे खाने पीने कि भी सुविधा भी होगी।
• आने वाले समय में यह एक्सप्रेसवे मुबई से दिल्ली जाने वाले को फायदा होगा।
नोट-
दिल्ली- मुंबई एक्स्प्रेस-वे के बनने के बाद दिल्ली से मुंबई के बीच की दूरी में 130 किलोमीटर की कमी आएगी, और हर साल 35 करोड़ लीटर ईंधन कि बचत भी होगी और साथ ही दिल्ली से मुंबई की दूरी लगभग 1,510 किलोमीटर है। एक्सप्रेस-वे के निर्माण के बाद इसकी दूरी घटकर 1,350 किलोमीटर रह जाएगी।