नियमित रूप से covid guidelines का पालन करे मतलब मास्क लगाये, 2 गज की दूरी, समय समय पर हाथ को senetize करे और इस बीमारी को मिटाने का सबसे बड़ा शास्त्र वैक्सीन है। एक वैक्सीन को बानाने मे 5 से 10 साल का समय लग जाता हैं। लेकिन यकीन इस बात का नही हो रहा है। की कोरोना वैक्सीन जिसे सिर्फ 10 महीने में तैयार कर लिया गया है।
• फास्ट ट्रैक पर ऐसा पहले कभी नहीं हुआ इसलिए आपके लिए जानना जरूरी है कि इसके परिणाम क्या होंगे अच्छी बात है कि दुनिया भर में आपके हिस्से की वैक्सीन तैयार हो चुकी है। और जल्द ही दुनिया के 7 से 8 सौ करोड़ लोगों के लिए ये जानना जरूरी है। की कोरोना वैक्सीन कि manufacturing बड़े पैमाने पर शुरू हो गई है लेकिन इनकी सफलता लोगों को कंफ्यूज कर दी है। जैसे बाजार में बिकने वाले स्मार्टफोन के हर मॉडल के पीछे अलग-अलग होते हैं।
• किसी का प्रोसेसर तेज होता है तो किसी की ज्यादा bettary backup होती है। फिलहाल सबसे ज्यादा बहस इनकी सफलता की दर को लेकर हो रही है आपने देखा होगा आजकल हमारे देश में भी लगातार ये दावे किए जा रहे हैं कि अगले साल जनवरी तक हमारे पास भी हमारी अपनी दवा आ जाएगी और अगले साल जुलाई तक हमारे देश के 25 से 30 करोड़ लोगों तक वैक्सीन पहुंच जाएगी।
लेकिन वैक्सीन का रोड मैप क्या होगा।
वका मतलब क्या है इसका आपके जीवन पर क्या असर पड़ेगा क्या अब आप अगले साल कोविड-19 रुक जाएगे तो उसके बारे में आपके मन में जितने सवाल है आज हम सब का जवाब इस पोस्ट मे देंगे। फाइजर वैक्सीन के ट्रायल में 43000 लोग शामिल हुए थे।
आईये जानते है। इस vaccine को लगवाने के लिए आपको कितना पैसा खर्च करना पड़ेगा ऑक्सफोर्ड का दवा है। कि उसकी वैक्सीन की 300 करोड़ डोज वर्ष 2021 तक तैयार हो जाएगी और पूरी दुनिया में एक ही कीमत पर मिलेगी और वह कीमत है लगभग ₹222 बहुत महंगी नहीं है। जबकि भारत में बन रही bharat boitech की co vaccine जो वैक्सीन है वह भारत में बन रही है जो सिर्फ़ ₹100 में मिलेगी vaccine कम से कम मे दाम मे मिलने की संभावना है। तो दुनिया भर के देशों ने अलग अलग वैक्सीन खरीदने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
• ऑर्डर देने शुरू कर दिए अमेरिका में सबसे ज्यादा संख्या में वैक्सीन के लिए आर्डर दिए हैं। दूसरे नंबर पर यूरोप के देश हैं और तीसरे नंबर पर हमारा देश भारत है लेकिन फिर भी सभी देश अगले 1 वर्ष में सिर्फ 20 से 25% लोगों को ही यह वैक्सीन दे पाएंगे। क्योंकि मरीजों की संख्या वैक्सीन की संख्या ज्यादा है जो इन वैक्सीन को लगवाना चाहते हैं। हर देश चाहता है कि उसे सबसे पहले वैक्सीन मिल जाए वह अपने देश के लोगों को पहले सुरक्षित कर ले सरकार भी यही चाहती है, और हर देश की सरकार यही चाहेगी की उसे अपने देश के लिये भारत की वैक्सीन मिले।
• क्योंकि bharat biotech की कोवैक्सीन दूसरे वैक्सीन की तुलना मे ज्यादा प्रभावी है। और साथ ही साथ इसकी कीमत सिर्फ ₹100 है। आपने देखा होगा यह कोविड-19 के चक्कर में ही डॉनल्ड ट्रंप अमेरिका का चुनाव हार गए
वैक्सीन लगने के चरण।
पहले चरण में यह वैक्सीन स्वास्थ्य कर्मियों को मिलेगी हेल्थ वर्कर्स को मिलेगी दूसरे चरण में सोशल वर्कर को मिलेंगी तीसरे चरण में 65 वर्ष से ज्यादा उम्र के लोगों को मिलेंगे और चौथे चरण में आम जनता को यह वैक्सीन लगेंगे आप देख लीजिए कि आप इन चार चरणों में आपके चरण में आपका नंबर आता है आप कहां फिट बैठते है