उदयपुर में कन्हैयालाल नाम से एक दर्जी की गला रेत कर बेरहमी से हत्या कर दी गई है इस हत्या से पूरे देश मे संसानी का माहौल है।
उदयपुर मर्डर केस में गृह मंत्रालय ने बड़ा फैसला लिया है, जहां हत्या की जांच करने का आदेश राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को दिया गया है गृह मंत्रालय ने एनआईए को कन्हैयालाल साहू की हत्या की जांच का आदेश दे दिया है।
राजस्थान के उदयपुर जिले में मंगलवार को दो लोगों ने एक दर्जी कन्हैयालाल की दुकान में घुसकर उसकी निर्मम तरीके से हत्या कर दी जिसके बाद से ही पूरे प्रदेश में स्थिति बेहद तनावपूर्ण बनी हुई है. बताया जा रहा है कि मृतक (कन्हैयालाल) के बेटे ने पैगंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी करने वाली पूर्व बीजेपी प्रवक्ता नूपुर शर्मा के समर्थन में सोशल मीडिया पर एक पोस्ट किया था और इसी कारण उसकी हत्या कर दी गई. इस हत्या के बाद से ही राजस्थान के सभी 33 जिलों में मोबाइल इंटरनेट सेवाओं को निलंबित कर दिया गया है गया है। और उदयपुर जिले के हर जगह पुलिस की तैनाती है।
दोनों आरोपियों की पहचान मोहम्मद रियाज और गौस मोहम्मद के रूप में कर ली गई है. इस घटना को लेकर सोशल मीडिया पर खूब प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है. मुस्लिम देशों की मीडिया ने भी इस खबर की कवरेज की है।
कन्हैया लाल के बेटे ने नूपुर शर्मा के समर्थन में एक पोस्ट डाला था सोशल मीडिया पे जिससे कन्हैयालाल को धमकी आने लगी और कन्हैयालाल ने पुलिस में शिकायत की तो पुलिस ने कहा कि सावधान रहो संभल करो। कनाडा इतना डर गया था उसमें 5 - 6 दिन दुकान नहीं खोली और सातवे दिन दुकान खोली तो कन्हैयालाल की हत्या हो गई कन्हैयालाल ने। पुलिस से बार-बार सुरक्षा की मांग करी बावजूद इसके कन्हैयालाल को कोई सुरक्षा नहीं दी गई और इसमें पुलिस के बड़े अफसर से लेकर के सब जिम्मेदार हैं।
अगर कन्हैयालाल को सुरक्षा दे दी गई होती तो शायद कन्हैयालाल जिंदा होता। आपको बता दें कि मोहम्मद रियाज और गौस मोहम्मद घटना के बाद वीडियो क्लिप में एक कथित हमलावर को यह कहते सुना जा सकता है कि उसने एक आदमी का सर कलम कर दिया है। उसने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी मारने कि धमकी दी. हमलावरों ने नुपूर् शर्मा के बयान का भी जिक्र किया और कहा गुस्थाके नबी की एक ही सजा सर तन से जुदा।