कोरोना वायरस कि तीसरी लहर का घातक पलटवार

 पिछले एक साल से हमारे देश कि स्थिति सही नही चल रही है, कोरोना कि वजह से हमारे देश कि अर्थव्यवस्था कि हालात अच्छे नही है, और भारत के लोग कोरोना कि पहली लहर, दूसरी लहर बखूबी देख चुके है। लेकिन एक और खतरा अब भारत के ऊपर मंडरा रहा है, और उस खतरे का नाम कोरोना की तीसरी लहर है, इस तिसरी लहर के बारे मे गौर से समझते है। ताकि तिसरी लहर को लेकर भारत के लोग ज्यदा गंभीर रहे। 



• करोना कि वजह से क्या हमारे देश मे आपातकाल आ जाएगा आपको एक बात समझनी होगी कि हमारे देश कि यह 2 चीजें कभी रुकती नहीं है। पहला है राजनीति और दूसरा है धर्म और हम आज आपको बताएंगे कि ऐसे समय में भी जब लोग मर रहे हैं चारों तरफ तब भी हमारे देश में न तो राजनीति रुकने का नाम ले रही है और ना ही धार्मिक अनुष्ठान रुकने का नाम ले रहे हैं इसलिए आप भी देखते होंगे कि कोविड-19 में भी राजनीति की खबरें मीडिया में सबसे ऊपर रहती है. 

• लेकिन हमारा कहना है, कि राजनीति तो आप तब ही कर पाएंगे जब लोग जिंदा बचेंगे धार्मिक अनुष्ठानों में हिस्सा तब ले पाएंगे जब लोग जिंदा बचेंगे। इसलिए आज के हालात  यही आपको बताना चाहता कि आपको सबसे पहले जो आपके सामने आज कि जो सबसे बड़ी चुनौती है वही आप  उसे कैसे माध दे पाऐगे. 


कोरोना वायरस कि तीसरी लहर का सामना। 

हम आपको इस पोस्ट मे काफ़ी गंभीर जानकारी दे रहे है, इसे बिलकुल हल्के मे ना ले आज हम आपको कोरोनावायरस की तीसरी लहर के बारे में बताएंगे इस समय जब पूरा देश कोरोना वायरस कि तीसरी लहर का इंतजार कर रहे हैं, जो बहुत घातक संबित हो सकती है। 

और कोरोनावायरस की जो दूसरी लहर चल रही थी लोगों सोच रहे थे इसका पिक टाईम कब आएगा कब इसमें ढलान आएगी तब तक दूसरी लहर काफ़ी तबाही मचा चुका था, कितने लोग मरे थे इस महामारी मे ये हम सब ने देखा था। 

अब जब सब हालात पहले जैसे ही हो रहे है  तब तक इस महामारी की तीसरी लहर  दरवाजे पर आकर दस्तक दे चूकी होगी। यानी लोग दूसरी लहर के पिक का इंतजार कर रहे थे। और अब कोरोना वायरस की तीसरी लहर का संकट भी अब देश के सामने आकर खड़ा हो गया है आज केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह जानकारी दी है सरकार ने यह जानकारी दी है कि जिस तरह से देश में संक्रमण फैल रहा है उससे यह स्पष्ट है। कि इस कोरोना वायरस की तीसरी लहर जो है, यह लहर कब आएगी कितने समय के लिए आएगी इसके बारे में अभी पूर्वानुमान नहीं लगाया जा सकता है। 

आप तो जानते हैं कोरोनावायरस कि तीसरी लहर सबको हैरान कर रहा है। जब हमने यह सोच लिया था कि यह वायरस हमारे देश से जा चुका है हम कोरोना वायरस को अपने देश से खादेड़ चुके हैं। तब दूसरी लहर चल रही थी। 

•  लोग तीसरी लहर का इंतजार कर रहे है, कि तीसरी लहर कब आएगी। अब लोग तीसरी लहर के अनुमान लगाए जा रहे हैं। 





कोरोना वायरस कि तीसरी लहर मे क्या आप त्यार है? 

लेकिन अब आपको तीसरी लहर के लिये अभी से तैयार हो जाना चाहिए ऐसा आप बिल्कुल मत कीजिए जैसा आपने दूसरी लहर के साथ किया दूसरी लहर मे तो आप में से कोई भी तैयार नहीं था. 

इसलिए अब तीसरी लहर के लिए कम से कम तैयारी करके रखे ठीक वैसे ही जैसे समुद्र मे जब सुनामी आती है, तो जहाज के अन्दर बैठे पैसेंजर सावधान हो जाते है, सरल शब्दों में कहें तो आप अपने परिवार को जहाज में सवार यात्री की तरह समझिए और यह मान लीजिए कि हमारी जिंदगी समुद्र की तरह है। जिसमें कोरोनावायरस की ऊंची ऊंची लहरें उठ रही हैं और जो खतरनाक है। और आपको अपने जहाज को डूबने से बचाना है, यानी अपने आपको और अपने परिवार को तीसरी लहर से बचाना है.

• तो आपको सतर्क रहना होगा और इन तीसरी लहरों के लिए आपको तैयार रहना होगा और इस टॉपिक पर आज हम आपकी पूरी मदद करना चाहेंगे सबसे पहले आपको यह सुनाते हैं कि आज भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय ने तीसरी लहर पर लोगो को सावधान रहने को कहा. 

• कोरोना कि दूसरी लहर कुछ लोग डबल मास्क पहते थे। और अब तीसरी लहर आने के बाद लोगों एक नहीं बल्कि दो-दो मास्क पहनने चाहिए। तो बात आप यह समझ लीजिए कि एक मास्क से आपका काम नहीं चलने वाला अब आपको दो मास्क पहनने होंगे। 



कोरोना वायरस की लहर क्यों आ सकती है?


 इसके कुछ कारण है सबसे पहले आपको उन कारणों के बारे में बताते हैं ताकि आप तैयार हो तीसरी लहर मे अब वायरस के कई अलग अलग वेरिएंट आ चुके है, जो काफ़ी खतरनाक है. 

• अब इस कोरोनावायरस के बहुत सारे अवतार आ चुके हैं और यह अवतार अलग-अलग रूपों में देश के अलग-अलग हिस्सों में इस समय पाए जा रहे हैं इनमें जो वही राज्य सबसे ज्यादा चर्चा में है। जहाँ कोरोना वायरस की नई वरियनट है। हालांकि अभी कुछ राज्यो में मामला सीमित रूप मे है. 

• लेकिन यह तीसरी लहर बहुत ज्यदा खतरनाक संबित हो सकती है, और इससे आप बच कर रहिए डॉक्टरों द्वारा की गई स्टडी में कहा गया है कि यह कोरोना वायरस के नए-नए  वेरिएंट बन रहे हैं। जिसमें वायरस के अलग-अलग रूप लेकर लोगों पर यह वायरस हमला कर सकता है. 

कोरोना वायरस कि तीसरी लहर इंसान के फेफड़ों को खाक कर देगी। 

हमारे देश के कुछ लापरवाह लोग कि वजह से ही हमारे देश में कोरोना की तीसरी आ सकती है। जब कोरोनावायरस की पहली लहर थी, तो वायरस 10 दिनों में आपके फेफड़ों को यानी एकदम से खत्म कर देता था। दूसरी लहर मे तो यह समय सीमा घटकर 5 से 7 दिन हो चुके थे. 

समझाने वाली बात यह है कि पहले 10 दिन में आपके  फेफड़े को खत्म कर रहा था। और अब दूसरी लहर में 5 से 7 दिन में आपके फेफड़ों को बर्बाद कर रहा है और ऐसा कहा जा रहा है, कि जब कोरोना वायरस कि तीसरी लहर आएगी। तो यह वायरस दो-तीन दिन में भी आपके फेफड़ों को समाप्त कर सकता है. 

• कोरोना वायरस की जो तीसरी लहर है,  इसका वेरिएंट 2 से 3 दिन में ही मरीज को आईसीयू में पहुंचा देगा और फिर उसकी जान ले लेलेगा। अब का जो वेरिएंट है, वह बाकी वैरीएंट से 15 गुना ज्यादा संक्रामक मतलब ज्यदा प्रभावसाली है 15 गुना ज्यादा तेजी से इसका संक्रमण फैलता है। और इसीलिए हम आपसे कह रहे हैं कि अब आपको पहले से कहीं ज्यादा सावधान रहना होगा और मास्क तो आपको अब बिल्कुल नहीं हटाना चाहिए 1 मास्क की तो बात ही चली गई अब आपको एक नहीं बल्कि 2 मास्क लगाकर रखनी चाहिए। अब आपको अपने घर में भी अपना मास्क नहीं उतारना चाहिए. 

• इस वायरस ने पहली लहर मे 45 से 50 साल से ऊपर के लोग को यह वायरस प्रभावित किया था और दूसरी लहर आने के बाद यह वायरस युवा लोगो को अपना शिकार बनाता था. 



क्या तीसरी लहर मे बच्चे ज्यदा प्रभावित होंगे? 

कई एक्सपर्ट्स का मानना है, कि तीसरी लहर में यह वायरस बच्चों को अपना निशाना बना सकता है। तीसरी लहर सबसे ज्यादा खतरनाक बच्चों के लिए संबित हो सकती है। इसलिए अब हर परिवार को इस मसाले पर ज्यदा गंभीर होना होगा खासकर जिसके घर मे बच्चे हो उन्हे यह बातें ध्यान से समझनी चाहिए. 

क्या आप जानते हैं, हमारे देश में हर परिवार में बुजुर्ग के साथ साथ युवा भी है। बुजुर्ग इसका शिकार पहली लहर में बने युवा इस वायरस का शिकार दूसरी लहर में बन चुके हैं। अब हमारे घर में बस बच्चे ही है। तीसरी लहर अब जो है, वह उन बच्चो के लिए खतरनाक हो सकती है. 

• एक अध्ययन के मुताबिक इस समय भारत की कुल आबादी में 18 साल से कम उम्र के युवाओं और बच्चों के हिस्सेदारी अअधिक है, हमारी आबादी का 30% हिस्सा ऐसे लोग हैं जो 18 साल से कम उम्र के है। और 12 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए अभी यह समय काफ़ी संकटमय है। 




बच्चो की वैक्सीन कब आऐगी? 

बच्चो के लिये अभी फिल्हाल  वैक्सीन नही है यानी आप इस तीसरी लहर मे अपने बच्चों को आप कैसे बचाएंगे और आज यह सभी घर परिवार के लिए चुनौती बनी हुई है। 

लेकिन अब आप 18 साल से नीचे के बच्चों का क्या करेंगे उन्हें कैसे बचाएंगे अध्ययन किया गया है कि 18 साल से। ऊपर के लोगों का वैक्सीनेशन हो गया तो छोटे बच्चों को वायरस तेजी से अटैक करेगा और समझने वाली बात यह है। 6 से 12 साल के बच्चों को यह गंभीर रूप से नुकसान पहुंचा सकता है यानी इन छोटे उम्र के बच्चों को यह वायरस उन्हे अपने सिकंजे मे लेलेगा और उनकी जान भी ले सकता है तेजी से अपने भी ले सकता है। और इस तीसरी लहर मे बच्चों की मृत्यु होनी शुरू हो जाएगी तो यकीन मानिए हम में से कोई भी विनाश देख नहीं पायेगा इसके लिए बहुत बड़ा बहुत पत्थर दिल होना चाहिए तब आप बच्चों को इस तरह मरते हुए देख पाएंगे। और भगवान ना करे कभी भी हमारे देश में या दुनिया में वायरस की वजह से किसी बच्चे की जान जायें। 

इसीलिए आपसे बार बार कह रहे है की  कि सावधान होने की जरूरत है। आपको दो बातों पर ध्यान रखना है पहली बात यह कि बच्चों को भी कोरोनावायरस हो सकता है। इस बात को याद रखिए और दूसरी बात यह कि संभव है कि अगर तीसरी लहर आई तो देश में स्कूल और कॉलेज लंबे समय तक के लिए बंद कर दिए जाएंगे इसलिए अभी से यह तैयारी करके रखनी होंगी है। आपको इस बात को ध्यान में रखना होगा। हालांकि डॉक्टरों ने इस समस्या का समाधान बताया है और कहा है कि अगर बच्चों के लिए वैक्सीन आ जाती है तो भारत कोरोना कि तीसरी लहर का सामना भी कर पाएगा। 

लेकिन बच्चों को वायरस से बचाने के लिए वैक्सीन होनी चाहिए होगी  दुनियाभर मे बच्चों कि वैक्सीन बननाने काम तेजी से चल रहा है, भारत कि compony सीरियम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया वह कंपनी है जिसने covishiled वैक्सीन बनाई है उसने कहा है कि वह इस साल के अक्टूबर महीने तक ऐसी वैक्सीन ला सकते है। जो बच्चों के काम आ सकती है। 

जबकि को वैक्सीन बनाने वाली एक और कंपनी भारत बायोटेक  इस पर काम कर रही है और उसकी बच्चों वाली वैक्सीन इस समय ट्रायल स्टेज में मे है अगर हम एक और बड़ी कंपनी के बारे में बात करे तो अमेरिका की बड़ी कंपनी  फाइजर् कम्पनी की बात करें तो  उसने बच्चों के लिए वैक्सीन बना ली है और इन्हे आज ही 12 साल से ऊपर कम उम्र के बच्चों पर इसके इस्तेमाल की मंजूरी मिल गई है यानी कनाडा में आप 12 साल से ऊपर के जो बच्चे हैं वह फाइजर् की वैक्सीन लगा सकेंगे इसलिए कहा जाता है कि अमेरिका जो देश है उसने पूरी दुनिया में यह लीड ले रखी है। और वह अपने बच्चों की रक्षा के लिए बहुत गंभीर है और उसने शुरुआत कर दी है। 

इसी तरह इजराइल के बारे में भी आपको पता होना चाहिए इसराइल ने भी अपनी ज्यादातर जो उनकी 60 परसेंट पापुलेशन है जो उनकी जनसंख्या है उन्हे वैक्सीन इजराईल दे दिया है और वह आप तो अब स्थिति सामान्य हो गई है और वह अब वहां कोई मास्क भी नही लगा रहा वहां अब मास्क लगना अभी अनिवार्य नहीं है। वहां अब कोई मार्क्स नहीं लगा रहा लेकिन इसराइल ने भी अब अपने बच्चों को वैक्सीन देने की प्रक्रिया शुरू कर दिया और वह बहुत जल्द इजराइल में बच्चों को वैक्सीन दी जाएगी। 

उम्मीद है कि अमेरिका में भी बहुत जल्द इस वैक्सीन कि मंजूरी मिल जाएगी जो फाइजर् वैक्सीन है। इसके अलावा मॉडर्ना कंपनी भी बच्चों की वैक्सीन पर काम कर रही है। लेकिन अगर भारत के संदर्भ में स्थिति को देखें तो यह बात बिल्कुल स्पष्ट है कि भारत में अब तीसरी लहर अब बेहद करीब है यानी दूसरी लहर से आप निकले ही नहीं कि तीसरी लहर सामने पैर पसारे खड़ी है जबकि बच्चों के लिए जल्द ही व्यक्ति आने की संभावना इस समय कम से कम है। क्योंकि अभी तो हम 18 साल से ऊपर के लोगों के लिए ही वैक्सीन लाने में सफल हो पाया हैं। भारत बच्चों कि वैक्सीन बानाने संघर्ष कर रहा है। और जब वैक्सीन बन जाती है, तो उसके बाद बच्चों का नंबर आएगा इसलिए तब तक अपने बच्चों का खास ध्यान रखें। 




भारत मे वैक्सीनेशन कि रफ्तार। 

भारत में अब तक लगभग 16 करोड़ लोगों को वैक्सीन लग चुकी है इनमें से वैक्सीन कि पहली डोज लेने वाले लोगों की संख्या करीब 13 करोड़ है, और दोनों डोज लेने वालों की संख्या सिर्फ़ 3 करोड़  है। और यहां पर समझ लीजिए कि जिन्होंने दोनों डोज लेली हैं। उन्हें पूरी तरह से सुरक्षित आप मान सकते हैं। जिन्होंने पहली डोज है वह कुछ हद तक सुरक्षित हैं. 

• लेकिन जिन्होंने पहली दूसरी डोज नही लगवाई है। वह इंसान कोरोना से सुरक्षित ज्यदा दिन तक नही रह पायेगे इस हिसाब से भारत में फिलहाल लगभग सिर्फ 2 परसेंट  लोगों को ही वैक्सीन लगी है। जो बहुत कम है, जबकि अमेरिका के चीफ मेडिकल ऑफिसर का कहना है। कि कोरोनावायरस से बचाव के लिये जब तक देश के               85 परसेंट लोगों को यह वैक्सीन लगना अनिवार्य है, नही तो कोरोना वायरस कि स्थितियां सामान्य नहीं होगी। 


• अब आप अंदाजा लगा लीजिए कि हमारे देश भारत में 85 परसेंट लोगों को कितने समय मे यह वैक्सीन लग जाएगा। कोरोना काल मे अपनी एनर्जी को बचा कर रखिए शक्ति को बचा कर रखी इसलिए कि covid 19 लंबे समय तक चलने वाला है। इतनी आसानी से यह समाप्त नहीं होगा इसलिए अपनी उर्जा को बचा कर रखनी है। 

Adbhud knowledge

Mai harsh sahu

एक टिप्पणी भेजें

और नया पुराने