हमारे पड़ोसी देश श्रीलंका (sri lanka) में कैसे दाने दाने के लिए दंगे हो रहे है।


आज हमारे देश में पेट्रोल और डीजल के बढ़ते दामों को बड़ा मुद्दा बनाने वाले लोगों के लिए आज हम श्रीलंका से एक बहुत बड़ा सबक लेकर आए हैं आपने देखा होगा बहुत  हमारे देश में ऐसे बहुत से लोग है। जो पेट्रोल और डिसल को एक बहुत बड़ा मुद्दा बना रहे बना रहे हैं या बनाने की कोशिश कर रहे हैं। यह वह लोग हैं जिन्हें शायद अंतरराष्ट्रीय परिस्थितियों के बारे में कुछ पता नहीं है कोई जानकारी नहीं है। श्रीलंका में इस समय डीजल और पेट्रोल खत्म हो गया है। और पेट्रोल आयात करने के लिए उसके पास कोई पैसा नहीं बचा है। 


श्रीलंका मे डीजल और पेट्रोल खत्म होने की वजह से वहां पर बड़े-बड़े पावर प्लांट को बंद कर दिया गया है। और श्रीलंका मे अब बिजली भी बहुत कम बची है। वहाँ 1 दिन में 13 घंटे ही बिजली चल रही है। हर दिन 13 घंटे की ही बिजली आ rahir है। श्रीलंका मे  रोड के हालत भी बहुत खराब है। वह पे सड़कों कि लाइट भी बंद कर दी गई है। और अस्पतालों में सर्जरी भी रुक गई दवाइयां और खाने-पीने के सामान के लिए वहां पर लंबी-लंबी लाइनें लग रही है जिसकी वजह से कई जगहों पर दंगे भड़क गए। आज भारत में बैठे हुए आपको जो बात समझनी है। 


श्रीलंका मे लगभग  सवा 2 करोड़ की आबादी है। सिर्फ सवा दो करोड़ की आबादी वाला देश श्रीलंका अपने लोगों को पेट्रोल और डीजल नहीं दे पा रहा है। 


वहाँ ना तो पेट्रोल बचा है ना डीजल बचा हुआ है। लेकिन भारत में 140 करोड़ लोगों की आबादी होते हुए भी आपको कहीं पर भी पेट्रोल और डीजल के लिए लाइन में नहीं लगना पड़ेगा सबसे बड़ी बात यह है कि अब रूस बहुत ही सस्ते दामों पर भारत को कच्चा तेल बेचने के लिए तैयार हो गया है। 


और अमेरिका जैसे देश भारत और रूस के इस सौदे से बहुत नाराज है। हाल ही मे रूस के विदेश मंत्री ने प्रधानमंत्री मोदी से दिल्ली आकर मुलाकात की है। जो पूरी दुनिया के लिए एक बहुत बड़ा संदेश है। लेकिन दूसरी तरफ पाकिस्तान इतना कमजोर देश निकला इमरान खान के russia चले जाने से ही वहां की सरकार खतरे में आ गई। 


 हमारे पड़ोसी देश श्रीलंका (srilanka) में कैसे दाने दाने के लिए दंगे हो रहे है एक छोटा सा देश श्रीलंका इस देश कि आबादी सवा 2 करोड़ की है इस देश मे न पेट्रोल बचा है ना डीजल बचा है। खाने का सामान खत्म हो रहा है। (रोजमर्रा) की चीजें खत्म हो रही हैं और 13 घंटे की बिजली श्रीलंका मे आ रही है।


श्रीलंका कि अर्धवैवस्थ टुरिस पर टीकी थी जो श्रीलंका मे घूमने आते थे। (फॉरेन रिजर्व्स) जिसे हम हिंदी में विदेशी मुद्रा भंडार कहते हैं। वह 2 साल में 70% तक श्रीलंका मे कम हो चुका है। और इस समय श्रीलंका के पास सिर्फ साड़े 17000 करोड़ रुपए की ही विदेशी मुद्रा बची है। एक लाइन में कहें तो श्रीलंका की जेब खाली हो चुकी है बाहर से किसी भी देश से कुछ भी सामान खरीदने के लिए श्रीलंका के पास पैसा नहीं बचा है और अब उसके पास ना तो कच्चा तेल खरीदने के लिए पैसा बचा है और ना ही श्रीलंका गैस और दूसरी चीजों का आयात बाहर से कर पा रहा है और इस वजह से श्रीलंका में पेट्रोल डीजल और रसोई गैस समेत बहुत सारी रोजमर्रा की चीजों की कीमतों में बेतहाशा वृद्धि हुई है। 


पिछले 3 महीने में श्रीलंका में पेट्रोल की कीमत है 92% और डीजल की कीमतें 76% तक बढ़ चुकी है श्रीलंका मे प्रति लीटर पेट्रोल की कीमत इस समय लगभग ₹300 और प्रति लीटर डीजल की कीमत ₹230 पर पहुंच चुकी है। 


हालांकि श्रीलंका में कल ही डीजल पूरी तरह से समाप्त हो चुका है। और लोगों की जेब में पैसा वैसा का वैसा धरा का धरा रह गया इसकी वजह से पब्लिक ट्रांसपोर्ट वहाँ पर बंद हो गया है। और डीजल से चलने वाली बसें खड़ी हो गई इसके अलावा बिजली के बड़े-बड़े प्लांट बंद कर दिए गए हैं। 

श्रीलंका मे रसोई गैस खरीदने के लिए लंबी-लंबी कतारों में लग रहे है। इसके अलावा श्रीलंका मे महंगाई ने भी सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए है। अगर आपको महंगाई देखनी है तो आप श्रीलंका जाइये वहाँ एक किलोग्राम चावल की कीमत ₹200 और 400 ग्राम।


 अगर आपको मैं ना ही देखनी है तो श्रीलंका जाइए श्रीलंका में 1 किलोग्राम चावल की कीमत ₹200 और 1 लीटर दूध ₹800 में इस समय मिल रहा है। श्रीलंका इस समय आर्थिक संकट की वजह से जूझ रहा है श्रीलंका के लोगों में वहां सरकार के खिलाफ बहुत गुस्सा है। 


 31 मार्च को यानी कल देर रात हजारों लोगों की भीड़ में श्रीलंका के राष्ट्रपति भवन का घेराव करने की कोशिश कि गई सोचिए राष्ट्रपति भवन तक पहुंच गई इस दौरान भीड़ ने श्रीलंका की सेना के दो ट्रक और एक बस को आग लगा दी और इन लोगों द्वारा श्रीलंका की सेना पर पत्थर बरसाए गए  श्रीलंका की जनता अपनी ही सेना पर हमले कर रही है हालांकि इससे पहले श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे वहां से निकल गए थे। 

 


श्रीलंका कि हालत इतनी खराब हो चुकी है की उसे कई देशों से कर्ज लेना पड़ा है। 


(अकेले भारत पिछले 4 महीनों में श्रीलंका को 19 हजार करोड़ रुपए का कर्ज दे चुका है। और आज ही श्रीलंका की सरकार ने भारत से फिर से 11 हजार करोड़ रुपए का कर्ज और मांगा है। इसके अलावा श्रीलंका ने अपने कुल कर्ज का 36% कर्ज अकेले चीन से लिया हुआ है। और नौबत यहां तक आ गई है कि इस कर्ज को चुकाने की स्थिति में इस समय नहीं है। 


और श्रीलंका कच्चा तेल भी बाहर से खरीद नहीं पा रहा है बड़ा डर जो है भारत के 2 पड़ोसी देशों में अस्थिरता का माहौल बना हुआ है एक पड़ोसी देश पाकिस्तान है। जहाँ सरकार गिरने वाली है। और पाकिस्तान भी आर्थिक संकट से गुजर रहा है जबकि श्रीलंका में आर्थिक संकट ज्यादा गंभीर रूप ले चुका है।

Adbhud knowledge

Mai harsh sahu

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